अमेरिका का बड़ा दावा ईरान कभी भी कर सकता है इजराइल पर हमला, भारत ने नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर किया जारी

अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में अपनी सेना और जंगी बेड़ा भेजना किया प्रारंभ

अमेरिका का बड़ा दावा ईरान कभी भी कर सकता है इजराइल पर हमला, भारत ने नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर किया जारी

डेली न्यूज़ | mirror

देश-विदेश | शनिवार, 13 अप्रैल 2024 

ईरान-इजराइल में तनाव अपने चरम पर है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान अगले कुछ घंटों में में इजराइल पर एक बड़ा हमला करने जा रहा है। इस बीच, भारत सरकार ने वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित होकर एक हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। इसके साथ ही एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है ताकि मुश्किल में फंसे भारतीय इस नंबर पर संपर्क कर मदद मांग सकें।

ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की संभावना प्रबल हो चुकी है, और इसके पीछे कई कारण हैं:

भौतिक सुरक्षा: ईरान और इजराइल के बीच भौतिक सुरक्षा के मुद्दे हैं। ईरान अपनी रक्षा को मजबूत करने के लिए अपनी मिसाइल क्षमता को काफी समय से बढ़ा रहा है, जो इजराइल को चुनौती पेश कर सकती है।

जिओपॉलिटिकल टकराव: ईरान और इजराइल के बीच जिओपॉलिटिकल टकराव है, जिसमें दोनों देशों के राजनैतिक और सुरक्षा हितों के बीच टकराव का मुद्दा है।

धर्मिक और आध्यात्मिक टकराव: इजराइल और ईरान के बीच धार्मिक और आध्यात्मिक टकराव भी है, जो उनके राजनैतिक और सुरक्षा नीतियों को प्रभावित कर सकता है।

इन कारणों के साथ, ईरान और इजराइल के बीच मिसाइल हमला की संभावना है, और यह एक गंभीर विषय है जिस पर दुनिया को ध्यान देना चाहिए।

इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है, और इसका भारत पर कई तरह से प्रभाव पड़ सकता है:

अर्थव्यवस्था: इजराइल-ईरान युद्ध भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर डाल सकता है। यदि युद्ध लंबे समय तक चलता है, तो यह भारत की व्यापारिक और आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।

ऊर्जा संवाद: भारत ईरान से ऊर्जा संवाद में है, और इजराइल भी एक महत्वपूर्ण ऊर्जा संवाद देश है। यदि युद्ध बढ़ता है, तो ऊर्जा आपूर्ति पर भारत को भारी प्रभाव पड़ सकता है।

सुरक्षा और जीवन क्षेत्र: यदि युद्ध बढ़ता है, तो भारत के नागरिकों की सुरक्षा पर भी प्रभाव पड़ सकता है। भारत सरकार ने अपने नागरिकों को इस क्षेत्र की यात्रा के खिलाफ चेतावनी जारी की है।

इस तनावपूर्ण स्थिति में भारत को सतर्क रहने की आवश्यकता है और उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उपायों की तलाश करनी चाहिए।