कन्या भ्रूण हत्या करना सबसे बड़ा पाप: मां साध्वी गीताम्बा तीर्थ 

कन्या भ्रूण हत्या करना सबसे बड़ा पाप: मां साध्वी गीताम्बा तीर्थ 

डेली न्यूज़ | mirror

वाराणसी | बुधवार, 3 अप्रैल 2024 | अजय कुमार पाल

डाफी स्थित कमला आर्शीवाद वाटिका में चल रहे देवी भागवत कथा के छठवें दिन बुधवार को कथा का अमृतपान करते हुए देवी उपसिका साध्वी गीताम्बा तीर्थ ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या करना सबसे बड़ा पाप है, लोग बेटा के लिए कन्या भ्रूण हत्या करते हैं और नवरात्रि में कन्या खिलाने के लिए घर-घर बेटी को ढूंढते हैं। उन्होंने कहा कि विद्या की देवी सरस्वती है, धन की देवी लक्ष्मी है और शक्ति की देवी काली है और तीनों ही महिला स्वरूप है । यह सब जानते हुए भी हम कोख में पालने वाली कन्या का हत्या कर देते हैं और कहते हैं कि हम मां को पूजते हैं यह कैसी पूजा है। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या करने वालों का कोई पूजा मां स्वीकार नहीं करती है वह आदि शक्ति है और और जो कन्या भ्रूण हत्या करता है आदि शक्ति मां उसके घर कभी नहीं जाती हैं और वह चारों तरफ से दुख का भागी बनता है। देवी उपाशिका ने कहा कि देवी भागवत का कथा सुनने से और उसका पारायण करने से मन प्रसन्न होती है और माँ आने वाले कष्ट को दूर कर घर में सुख समृद्धि देती है। कथा के अंत में पोथी की आरती कर भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया। उक्त अवसर पर तमाम श्रोता,भक्त व आयोजक उपस्थित रहे।