काशी विश्वनाथ मंदिर में अब पुलिसकर्मी पुजारी के वेशभूषा में आएंगे नजर
डेली न्यूज़ | mirror
वाराणसी | गुरुवार, 11 अप्रैल 2024
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ बढ़ रही है, और इसके साथ-साथ पुलिसकर्मियों की ड्रेस में भी बदलाव किया गया है। अब काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में पुलिसकर्मियों की ड्रेस पुजारियों की तरह होगी। यहां तैनात सुरक्षाकर्मी गले में रुद्राक्ष, माथे पर त्रिपुंड और गेरुआ वेशभूषा में दिखाई देंगे। इस नए प्रयोग में, जो टच पॉलिसी का भी होगा, श्रद्धालुओं को धक्का-मुक्की का सामना करने से बचाया जा सकेगा। इससे श्रद्धालु दर्शन में किसी तरह से असहज महसूस नहीं करेंगे।इस नए प्रयोग में काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में विशेष तौर पर पुजारियों की वेश में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। इससे श्रद्धालुओं को गाइड भी करेंगे कि उनको बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए कहां पर ध्यान केंद्रित करना है क्योंकि भीड़ के समय श्रद्धालु मंदिर की चकाचौंध में खो जाते हैं और उन्हें बाबा विश्वनाथ के दर्शन नहीं हो पाते हैं। इस नए प्रयोग के तहत पुलिसकर्मियों को 3 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे मृदुभाषी होने के साथ-साथ दूसरी भाषाओं का थोड़ा-थोड़ा ज्ञान भी प्राप्त करें और दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी सहजता से उनसे संवाद कर उनकी समस्या को सुलझा सकें।
काशी विश्वनाथ मंदिर ने सुरक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण प्रमुखताएं लागू की हैं:
पुलिसकर्मियों के ड्रेस में बदलाव: काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मियों के ड्रेस में बदलाव किया गया है। अब यहां श्रद्धालुओं के बीच खड़े पुलिस वाले पुजारियों की वेशभूषा में दिखाई देंगे। इन सुरक्षाकर्मियों के गले में रुद्राक्ष, माथे पर त्रिपुंड और गेरुआ कपड़े होंगे।
‘No Touch’ पॉलिसी: पुलिसकर्मियों को भक्तों की तरह धक्का मारकर नहीं हटाने की ‘No Touch’ पॉलिसी को लागू किया गया है। इससे भक्तों के अंदर सुरक्षाकर्मियों की पोशाक से जुड़ी नकारात्मक धारणा को खत्म किया जा सके।
निजी सुरक्षा एजेंसी: पुलिस के साथ निजी सुरक्षा एजेंसी भी तैनात होगी ताकि भक्तों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम हो सके।
यह सुरक्षा के प्रयास भक्तों के अंदर सुखद दर्शन करने के लिए किए गए हैं।
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