जानें कौन है सैम पित्रोदा व उनके ताजा विवादित बयान और उसके साइड इफेक्ट्स के बारे में सब कुछ

जानें कौन है सैम पित्रोदा व उनके ताजा विवादित बयान और उसके साइड इफेक्ट्स के बारे में सब कुछ
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डेली न्यूज मिरर

नई दिल्ली | 9 मई, 2024 | शक्ति

सैम पित्रोदा के हालिया बयान ने राजनीतिक और सामाजिक जगत में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उनके इस बयान ने न केवल राजनीतिक दलों के बीच, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों में भी चर्चा का विषय बन गया है।

विवाद का कारण: सैम पित्रोदा ने एक साक्षात्कार में भारत की विविधता को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिसमें उन्होंने भारत के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की तुलना अन्य देशों के नागरिकों से की। उन्होंने कहा कि “पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं”।

प्रतिक्रिया और परिणाम: इस बयान के बाद, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के इस बयान से खुद को अलग कर लिया और उनके बयान को गलत और अस्वीकार्य बताया। पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे कांग्रेस अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया।

राजनीतिक प्रतिक्रिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बयान की कड़ी आलोचना की और कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि यह बयान भारतीय समाज के विविधता और एकता के मूल्यों के खिलाफ है।

सामाजिक प्रभाव: सैम पित्रोदा के इस बयान ने समाज में एक गहरी चिंता उत्पन्न की है। भारत की विविधता को इस प्रकार से प्रस्तुत करना, जहां लोगों की पहचान उनके रंग और नस्ल के आधार पर की जाए, यह भारतीय समाज के लिए अस्वीकार्य है।

 इस घटना ने यह दिखाया है कि भारतीय समाज में विविधता को समझने और स्वीकार करने की जरूरत है, और इसे एक सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए। विविधता हमारी ताकत है, और इसे बनाए रखने के लिए समाज के हर वर्ग को सम्मान और समझ के साथ आगे आना होगा।

कौन है सैम पित्रोदा

सैम पित्रोदा, जिनका पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है, एक प्रतिष्ठित भारतीय टेलीकॉम इन्वेंटर, उद्यमी, विकास विचारक, और नीति निर्माता हैं। उन्हें भारत में 1980 के दशक की टेलीकॉम और प्रौद्योगिकी क्रांति की नींव रखने का श्रेय दिया जाता है। पित्रोदा ने भारतीय ज्ञान आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है और वे भारत के दूरसंचार आयोग के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे हैं।

उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई गुजरात के वल्लभ विद्यानगर से पूरी की और वडोदरा के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से फिजिक्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में मास्टर डिग्री ली। अमेरिका में उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की और वहां कई कंपनियों की स्थापना की।

सैम पित्रोदा ने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें दुनिया भर में 20 से अधिक मानद पीएचडी, लगभग 100 विश्वव्यापी पेटेंट, और कई पुस्तकें और पत्र प्रकाशित करना शामिल हैं। वे वर्तमान में अपनी पत्नी के साथ शिकागो में रहते हैं।