1 मई, मजदूर दिवस: श्रम का सम्मान| जानें मजदूर दिवस का इतिहास

1 मई, मजदूर दिवस: श्रम का सम्मान| जानें मजदूर दिवस का इतिहास

डेली न्यूज़ मिरर;

नई दिल्ली | 01 मई 2024 

हर वर्ष 1 मई को दुनिया भर में ‘अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस’ के रूप में एक विशेष दिन मनाया जाता है। यह दिन उन सभी मजदूरों के सम्मान में होता है जिनके अथक परिश्रम से हमारी सभ्यता और समाज निरंतर विकसित हो रहे हैं।

मजदूर दिवस का इतिहास और महत्व

मजदूर दिवस की शुरुआत 1886 में अमेरिका के शिकागो शहर में हुई थी, जब मजदूरों ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई और लंबे कार्य समय के विरुद्ध आंदोलन किया। इस आंदोलन के परिणामस्वरूप, मजदूरों के कार्य समय को 15 घंटे से घटाकर 8 घंटे किया गया।

भारत में मजदूर दिवस

भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत 1923 में चेन्नई में हुई थी। इसे मनाने की शुरुआत ‘लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान’ ने की थी। तब से लेकर आज तक, भारत में भी हर वर्ष 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है।

2024 की थीम

2024 के मजदूर दिवस की थीम ‘कामकाज की जगह पर बदलते पर्यावरण के बीच सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना’ है। यह थीम जलवायु परिवर्तन के बीच कार्यस्थल सुरक्षा और स्वास्थ्य के महत्व को दर्शाती है।

मजदूर दिवस हमें याद दिलाता है कि प्रत्येक श्रमिक का योगदान महत्वपूर्ण है और उनके अधिकारों की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस दिन को मनाकर हम श्रमिकों के प्रति अपने सम्मान और आभार का इजहार करते हैं।