सपा- कांग्रेस में बन गई बात, इन सीटों पर बनी सहमति | एक नजर में पूरी कहानी
सपा - कांग्रेस के बीच गठबंधन फाइनल, कांग्रेस के खाते में लोकसभा की 17 सीटें वहीं सपा को यूपी के अलावा एमपी में भी एक सीट
डेली न्यूज मिरर
नई दिल्ली (21 फरवरी 2024)
INDIA गठबंधन के लिए एक लंबी स्याह रात के बाद उजाले की भांति लगातार सियासी झटके का सामना करने के बाद कुछ अच्छी खबर सामने आई है। आज यानी बुधवार को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच बात बन गई है। दोनों पार्टियों ने एकसाथ मिलाकर 2024 के चुनावी संग्राम में लड़ने का निर्णय लिया है।
काफी दिनों से उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच के गठबंधन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। आज उन सभी सियासी कयासों पर विराम लग गया और यह तय हो गया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।
सपा -कांग्रेस के गठबंधन का क्या होगा राजनीतिक असर
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी का उत्तर प्रदेश में अपना एक जनाधार है। उत्तर प्रदेश में OBC,SC,ST और मुसलमानों में अच्छी पकड़ है समाजवादी पार्टी की। इतना ही नहीं बल्कि अखिलेश यादव एक युवा और तेज तर्रार नेता हैं तो सूबे के युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने में भी उन्हें कामयाबी मिल सकती है। वहीं, अगर हम बात कांग्रेस की करें तो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों देश में "न्याय यात्रा" निकाल रहे हैं। वह लोगों के बीच जा रहे हैं उनसे संवाद कर रहे हैं और क्षेत्र में काफी मेहनत कर रहे हैं। "भारत जोड़ो यात्रा" के बाद से राहुल गांधी एक अलग अवतार में नजर आ रहे हैं।
देशभर में उनकी लोकप्रियता एवं जनसमर्थन में व्यापक वृद्धि हुई है और वह विशेष रूप से युवाओं में अपनी अच्छी पकड़ बना रहे हैं। ऐसे में निश्चित रूप से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के बाद बीजेपी को इन दोनों से साझा लड़ना एक बड़ी चुनौती होगी।
सपा -कांग्रेस में बन गई बात
बता दें कि 80 लोकसभा सीटों वाली उत्तर प्रदेश में गठबंधन के तहत कांग्रेस पार्टी के खाते में कुल 17 सीटें आई है। साथ ही खबर निकलकर यह भी आई है कि यह सीट केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है बल्कि समाजवादी पार्टी को मध्य प्रदेश में भी एक सीट देगी कांग्रेस। कयासों की मानें तो मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी को खुजराहो की लोकसभा सीट दी जा सकती है।
न्याय यात्रा में शामिल नहीं हुए थे अखिलेश
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच एक वक्त ऐसा भी आया था जब बात बिगड़ती हुई नजर आ रही थी। कांग्रेस और सपा का साथ छूटता नजर आ रहा था। इस दौरान राहुल गांधी की न्याय यात्रा अमेठी, रायबरेली, लखनऊ से गुजरी लेकिन अखिलेश यादव इसमें शामिल नहीं हुए। अखिलेश ने मीडिया से बातचीत में दो टूक बयान देते हुए कहा कि जबतक सीट फाइनल नहीं हो जाएगी तब तक वह राहुल गांधी की यात्रा में शामिल नहीं होंगे।
कांग्रेस के खाते में ये सीटें
ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों के बंटवारे में प्रियंका गांधी की काफी अहम भूमिका रही। प्रियंका गांधी ने पहले राहुल गांधी से बात की और फिर अखिलेश यादव से भी फोन पर बात की। प्रियंका से बात करने के बाद ही कांग्रेस ने मुरादाबाद सीट पर अपनी दावेदारी छोड़ी और दोनों पार्टियों के बीच बात बन गई।
आपको बता दें कि कांग्रेस में खाते में अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, देवरिया, बांसगांव, सीतापुर, अमरोहा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, कानपुर, झांसी, बाराबंकी, फतेहपुर, सीकरी, सहारनपुर और मथुरा की सीट गई है। इनमें से कई सीटों पर समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी घोषित कर रखे हैं लेकिन अब सपा को उनको वापस लेना होगा।।
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