Bareilly Serial killing: महिलाओं से ऐसी नफरत कि साल भर में 9 को उतारा मौत के घाट; निशानी के लिए ले जाता था लिपिस्टिक,बिंदी या आधार कार्ड

Bareilly Serial killing: महिलाओं से ऐसी नफरत कि साल भर में 9 को उतारा मौत के घाट; निशानी के लिए ले जाता था लिपिस्टिक,बिंदी या आधार कार्ड
पुलिस की गिरफ्त में साइको किलर कुलदीप

Daily News Mirror

बरेली | 10 अगस्त 2024| अमितेश सिंह

बरेली में दहशत का पर्याय बन चुके सीरियल किलर को आखिरकार पुलिस ने दबोच लिया है। पकड़े गए सीरियल किलर ने कई खुलासे किये है। साइको किलर ने बताया कि बचपन में सौतेली मां उसपर जुल्म करती थी। शादी हुई तो बीबी छोड़कर चली गई, जिससे उसके मन में महिलाओं के लिए नफरत पैदा हो गई। इन सब घटनाओं के बाद वह नशे का आदी हो गया और अकेले जंगल में रहने लगा। अकेले रहते रहते उसके मन में महिलाओं से बदला लेने का भूत चढ़ा और उसने चुन-चुन कर महिलाओं को मौत के घाट उतारने का फैसला किया।

पकड़े गए साइको किलर का नाम कुलदीप है। वह अधेड़ उम्र की महिलाओं को अपना शिकार बनाता था। मौका पाकर वह महिलाओं को सुनसान जगहों पर पकड़कर उनसे यौन संबंध बनाने को कहता और जब वे नहीं मानती तो गला घोटकर उन्हे मौत के घाट उतार देता। पुलिस की पूछताछ में कुलदीप ने महिलाओं से नफरत की बात कुबूली। उसने बताया कि उसकी मां के रहते उसके पिता बाबूलाल ने दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी बीबी के कहने पर बाबूलाल उसके मां और दोनों बहनों को मारता-पीटता था जिससे कुछ समय बाद तीनों की मौत हो गई और कुलदीप अवसाद में चला गया। इस बीच कुलदीप की शादी 2014 में हुई, तब तक वह हिंसक हो चुका था। आए दिन वह अपनी बीबी को मारता-पीटता था जिससे बीबी भी उसे छोड़कर चली गई। पत्नी के छोड़ने के बाद कुलदीप अकेले घूमने लगा, अजीब हरकतें करता हुआ जंगल में रहने लगा।

महिलाओं के प्रति नफरत पैदा होने के बाद उसने अधेड़ उम्र की महिलाओं को अपना शिकार बनाना शुरू किया। सुनसान जगह पर महिलाओं को दबोचकर उनसे संबंध बनाने को कहता, और जो उसकी बात नहीं मानती उनको मौत के घाट उतार देता था। मरने के बाद उनके ही साड़ी, दुपट्टा से गले में गांठ लगाकर खींचता हुआ खेतों में ले जाता। वह ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए करता की महिलाएं पूरी तरह से मृत हो जाएं। महिलाओं को मारने के बाद वह अपने साथ निशानी के तौर पर उनकी बिंदी, हंसिया, लिपिस्टिक या आधार कार्ड अपने साथ ले जाता। अब कुलदीप की गिरफ्तारी के बाद बरेली के लोगों ने चैन की सांस ली है।