देश में 3 नए अपराधिक कानून लागू; अमित शाह ने बताया आखिर इनकी जरूरत क्यों
Daily News Mirror
New Delhi, 01 June 2024
देश के अपराधिक कानून में कुछ बदलाव किए गए हैं। CRPC की जगह अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता(BNNS), IPC 1860 की जगह IPC 2023 और इंडियन एविडेंस एक्ट 1972 की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 लागू कर दिया गया है।
आइए संक्षेप में जानते हैं आखिर यह कानून क्या है
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता(BNNS): CRPC 1973 के अंतर्गत गिरफ्तारी, अभियोजन और जमानत प्रक्रिया के लिए लिए होता था। अब इसमें BNNS लाकर कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले सिर्फ 15 दिन की पुलिस रिमांड दी जाती थी परंतु अब 60 या 90 दिन तक दिया जा सकता है।
भारतीय न्याय संहिता(BNS): IPC की जगह अब BNS ने ले लिया है। जहां IPC में कुल 511 धाराएं थीं वहीं अब BSN में 358 धाराएं हैं जबकि 21 नए अपराध जोड़े गए हैं। अब मॉब लिंचिंग के लिए 7 साल से लेकर आजीवन कारावास या मृत्युदंड तक का प्रावधान किया गया है।
भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023(BSA): इसमें कुल 170 धाराएं हैं जिसमें से 24 को संशोधित किया गया है। इसमें गवाहों के सुरक्षा के लिए भी प्रावधान है और इलेक्ट्रोनिक सुबूत जैसे वीडियो, ऑडियो आदि को मान्यता दी गई है।
अपराधिक कानून में नए बदलाओं पर गृह मंत्री अमित शाह ने इसे भारतीय कानून में सकारात्मक बदलाव कहा है। उन्होंने बताया इन बदलाओं से न्याय प्रक्रिया में होने वाली देरी में कमी आयेगी और जस्टिस आसान होगा।।
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