प्रताप वाहिनी क्षत्रिय संगठन का दशहरा मिलन समारोह संपन्न, अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक
Daily News Mirror
मिर्जापुर| 14 अक्टूबर 2024| 8:10 PM| दिलीप दूबे
हलिया, मिर्जापुर - प्रताप वाहिनी क्षत्रिय संगठन ने सोमवार को विकास खंड के पवारीकला स्थित हनुमान मंदिर में दशहरा मिलन समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर कंतित नरेश अनिल प्रताप सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद, मुख्य अतिथि अनिल प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि दशहरा पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय वही है जो सब पर छत्र का कार्य करता हो। उन्होंने आगे कहा, "हमें अपने पूर्वजों की बलिदानों को याद रखना चाहिए और समाज को बल नहीं बुद्धि से कार्य करने की जरूरत है।" उन्होंने श्री राम, राणा प्रताप और शिवाजी जैसे महान पुरुषों को याद किया और उनकी वीरता और बलिदान को नमन किया।
विशिष्ट अतिथि अमरीश सिंह, भोला सिंह और डॉ. कमलाकर सिंह ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने मिर्जापुर का नाम बदलकर गिर्जापुर करने और राजीव गांधी परिसर का नाम बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह नाम परिवर्तन हमारे पूर्वजों के सम्मान और हमारी संस्कृति के प्रति सम्मान का प्रतीक होगा।
कार्यक्रम का संचालन संजय सिंह ने किया। इस मौके पर राजेन्द्र सिंह, गुलाब सिंह, सुरेन्द्र सिंह, प्रधान जितेंद्र सिंह और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में, मुख्य अतिथि अनिल प्रताप सिंह ने उपस्थित लोगों का धन्यवाद दिया और कहा कि भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए शक्ति की पूजा की और अधर्म पर विजय प्राप्त की। उन्होंने कहा कि अनुष्ठान से किया गया सभी कार्य पूर्ण होता है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में एकता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना था। प्रताप वाहिनी क्षत्रिय संगठन ने इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज को एक संदेश देने का प्रयास किया कि हमें अपने पूर्वजों की विरासत को याद रखना चाहिए और समाज को बल नहीं बुद्धि से कार्य करने की जरूरत है।
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