तुलसीकला कोनिया रामलीला: वन गमन और दशरथ मरण लीला का मंचन, दर्शक हुए भावुक
Daily News Mirror
भदोही| 08 अक्टूबर 2024| 6:43 PM| जितेंद्र पांडेय
तुलसीकला कोनिया मण्डल में आयोजित रामलीला में राम वन गमन,केवट संवाद और दशरथ मरण लीला का मंचन किया गया। इस दौरान दर्शकों की आंखें भावुकता से छलक उठीं।
रामलीला के मंचन में राम, लक्ष्मण और सीता के वनवास की कहानी दिखाई गई। राजा दशरथ की आज्ञा से तीनों वन की ओर प्रस्थान करते हैं। रास्ते में उनका केवट से संवाद होता है, जो उन्हें नदी पार करवाते हैं।
इसके बाद राजा दशरथ के प्राण त्यागने की लीला का मंचन किया जाता है। भरत और शत्रुघ्न को राम के वन गमन और दशरथ की मृत्यु का पता लगता है, तो वे अयोध्या वापस आते हैं और सूनी अयोध्या देखकर परेशान होते हैं। राम-लक्ष्मण और सीता को वनवास भेजने की सूचना पर भरत ने माता कैकई को खरी खोटी सुनाई। इसके बाद भरत पिता का अंतिम संस्कार कर प्रभु श्री राम से मिलने जाते हैं। विरह की यह लीला देखकर दर्शकों की आंखों में भी आंसू आ गए।
इस रामलीला के मंचन में कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों ने इस प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि यह एक अविस्मरणीय अनुभव था।
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