प्रियंका गांधी के करीबी को कांग्रेस कमिटी ने दिखाया बाहर का रास्ता, चार दशक पुराना साथ छूट गया

बीजेपी से बढ़ती नजदीकी और सनातन धर्म के प्रति मुखर होने को लेकर कांग्रेस ने पार्टी से बाहर किया

प्रियंका गांधी के करीबी को कांग्रेस कमिटी ने दिखाया बाहर का रास्ता, चार दशक पुराना साथ छूट गया

डेली न्यूज मिरर 

नई दिल्ली (11 फरवरी 2024)

बीजेपी से बढ़ती नजदीकी और सनातन धर्म के प्रति मुखर होने को लेकर कांग्रेस ने पार्टी से बाहर किया 

आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता माने जाते थे। कांग्रेस पार्टी से उनका रिश्ता लगभग चार दशकों का था। प्रियंका गांधी के खास नेताओं में उनकी गिनती होती थी। प्रमोद कृष्णम टीवी चैनलों पर कांग्रेस पार्टी का पक्ष भी रखते थे, इतना ही नहीं वे 1993 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर संभल से विधानसभा चुनाव के लिए प्रमुख दावेदार थे और वर्ष 2014 में संभल से और 2019 में लखनऊ से लोकसभा चुनाव भी लड़े थे।

पार्टी से क्यों निष्कासित हुए प्रमोद कृष्णम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रियंका गांधी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कई महीनों से चल रहे कांग्रेस छोड़ने की अटकलों पर भी विराम लग गया है और अब उनकी नई पारी की शुरआत भारतीय जनता पार्टी के साथ हो सकती है।

प्रमोद कृष्णम ने अबतक भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की बात नहीं की है लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं प्रमोद कृष्णम बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। छात्र जीवन से ही कांग्रेस पार्टी में रहे प्रमोद कृष्णम का चार दशक पुराना साथ छूट गया। कहा जा रहा है कि कांग्रेस की सक्रिय राजनीति तो प्रमोद कृष्णम ने 1985 से ही शुरू कर दी थी।माना जा रहा है कि बीजेपी से उनकी बढ़ती नजदीकी और सनातन धर्म को लेकर प्रखर होने के कारण और बीते कुछ दिनों से प्रमोद कृष्णम कांग्रेस की नीतियों का काफी विरोध कर रहे थे। कांग्रेस कमेटी ने इसे ही अनुशासनहीनता माना और पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।

यूथ कांग्रेस से भी रहा गहरा नाता

आचार्य प्रमोद कृष्णम का कांग्रेस पार्टी से करीब चार दशकों का संबंध रहा है। माना जाता है कि 1985 के बाद ही उन्होंने सक्रिय राजनीति शुरू कर दी थी। यूथ कांग्रेस में भी कई अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं। साल 2014 में वे कांग्रेस के टिकट पर संभल लोकसभा क्षेत्र से और साल 2019 में लखनऊ लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे, हालाकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।।