आरोग्य भारती विंध्याचल इकाई द्वारा व्यसन मुक्ति एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर चिंतन

आरोग्य भारती विंध्याचल इकाई द्वारा व्यसन मुक्ति एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर चिंतन

डेली न्यूज़ मिरर

मिर्जापुर | बुधवार, 06 मार्च 2024 | अजय कुमार पाल

व्यसन  मुक्ति एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य को लेकर आरोग्य भारती देशभर में एक मुहिम चलाकर काम कर रही है । इसी कड़ी में विंध्याचल इकाई की एक बैठक दिनांक 5 मार्च 2024 को डॉ धर्मेंद्र कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में की गई । इस बैठक में काशी प्रांत के सहसचिव डॉ संदीप श्रीवास्तव, विंध्याचल विभाग के संयोजक डॉ गणेश प्रसाद अवस्थी एवं मिर्जापुर इकाई के सचिव डॉ टी एन द्विवेदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्राप्त होने पर व्यसन अपने आप छूट जाता है । आगे वक्ताओं ने कहा कि आज के युग में पूरा विश्व मानसिक विकृतियों से जूझ रहा है। मनोदैहिक विकृति जिसमें शरीर के साथ-साथ मन की भूमिका होती है । मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करके हम इन मनोदैहिक विकृति से बाहर निकाल सकते हैं ।

   मानसिक शांति के लिए आध्यात्मिक स्वास्थ्य बहुत ही आवश्यक है।प्राचीन स्वास्थ्य की अवधारणा में हमारे देश में आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर ही बल दिया गया। अंग्रेजों ने देश के शिक्षा एवं चिकित्सा को बहुत क्षति पहुंचाई उसी का परिणाम है कि आज देश स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहा है । लेकिन भारतीय मनीषा में आध्यात्मिक स्वास्थ्य की धारणा रही है उसी का परिणाम रहा की कोरोना कल में भारत में विश्व में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की पश्चात विंध्याचल इकाई के भावी कार्यक्रमों की योजना बनाई गई एवं प्रांतीय अभ्यास वर्ग में हुए निर्णय की सूचना भी दी गई ।

संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ धर्मेंद्र कुमार गुप्ता, संचालन डॉ टी एन द्विवेदी, धन्यवाद ज्ञापन श्री प्रमोद द्विवेदी जी ने किया। इस अवसर पर जिला सह कार्यवाह इं नीरज द्विवेदी जी, नगर कार्यवाह लखन जी, जिला प्रचार प्रमुख अनिल मिश्रा जी, डॉ अरविंद अवस्थी जी, डॉ रमाशंकर जी, डॉ मनोज गुप्ता जी, डॉक्टर प्रदीप साहनी जी, डॉ ओपी मोर्य जी, डॉ सुनीत पांडे जी,डॉ सुजीत सिंह जी, डॉ प्रियंका सिंह जी, आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ धनवंतरी स्तवन, माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वल तथा समापन शांति पाठ के साथ हुआ।