"कर्म ही मनुष्य की वास्तविक पहचान": राजेश तिवारी ने वीरेन्द्र मिश्रा के पिता के श्राद्ध कार्यक्रम पर दिया संदेश

 0
"कर्म ही मनुष्य की वास्तविक पहचान": राजेश तिवारी ने वीरेन्द्र मिश्रा के पिता के श्राद्ध कार्यक्रम पर दिया संदेश
फोटो: कार्यक्रम में उपस्थित लोग

Daily News Mirror

कोरांव, प्रयागराज| 31 अक्टूबर 2024| दुर्गा प्रसाद मिश्र

एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने समाजसेवी वीरेन्द्र मिश्रा के पिता स्व. पं. इन्द्र मणि मिश्रा (एस.आई. उत्तर प्रदेश पुलिस) के वार्षिक श्राद्ध कार्यक्रम पर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मनुष्य के कर्म ही उसकी वास्तविक पहचान होती है और सत्य एवं न्याय का पथ ही इन्सान का सच्चा खजाना है।

इस अवसर पर राजेश तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा, "मनुष्य के किए गए कर्म ही दिवंगत होने के बाद उसकी मूल निशानी है। किसी मनुष्य की वास्तविक पहचान उसके कर्म पर निर्भर करती है कि वह अच्छा इन्सान है या बुरा।"

उन्होंने आगे कहा, "आया है सो जाएगा राजा रंक फकीर, कर्म ऐसा कर जिसमें सच्ची हो जमीर। क्या है यहाँ तेरा जो खो गया। जो भी लिया यही से लिया और यही पर ही समाप्त होगा। यह मिट्टी की काया भी इसी धरती के मिट्टी में मिल जाएगी।"

राजेश तिवारी ने समाजसेवी वीरेन्द्र मिश्रा और उनके परिवार को संवेदना भी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "इन्सान का सच्चा वजूद केवल सत्य एवं न्याय से है और इन्हीं गुणों को इन्सान को अपने आत्मा में धारण करना चाहिए जो उसे इस मृत्युलोक के साथ साथ परलोक में भी उच्च शिखर पर स्थापित करेगा।"

इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी पं. राकेश मिश्रा, समाजसेवी आनन्द शुक्ला, आचार्य प्रकाशानन्द महराज, महामंत्री हिन्दु महासभा राकेश तिवारी, समाजसेवी हरिश्चन्द्र तिवारी, शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय, समाजसेवी एवं भाजपा नेता शैलेश मिश्रा सहित आस पास के कई लोग मौजूद रहे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow