हाथरस हादसा: 121 मौतों पर बड़ा खुलासा, एक रंगोली बनी लोगों के लिए काल, बाबा अभी भी फरार
डेली न्यूज़ मिरर
हाथरस | 04 जुलाई 2024| पंकज यादव
यूपी के हाथरस में नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के सत्संग के बाद हुई भगदड़ में करीब सवा सौ लोगों की जान चली गई है। इस भयानक हादसे में पहले जानकारी मिली थी कि सत्संग के बाद बाबा के काफिले के पीछे श्रद्धालुओं ने बाबा के चरण रज को पाने के लिए दौड़ लगा दी, जिससे वहां भगदड़ मच गई और इतनी बड़ी संख्या में लोग दबकर मर गए थे। परंतु अब इस हादसे को लेकर एक बड़ी और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
कुछ श्रद्धालुओं से बात करने पर पता चला है की हादसे की असली वजह एक रंगोली थी। दरअसल जहां भी नारायण साकार का सत्संग होता था, वहां करीब 200 मीटर की एक रंगोली बनाई जाती थी जिसमें बुरादे का इस्तेमाल किया जाता था। उसी रंगोली पर से होकर बाबा गुजरते थे, जिसे बाद में बाबा के भक्तों में उस रंगोली को दंडवत करने और बुरादे को पाने के लिए होड़ मचती थी। हाथरस हादसे वाले दिन भी वही हुआ परंतु कीचड़ और भीड़ अधिक होने के कारण लोग वहां फिसलने लगे और धीरे-धीरे एक दूसरे पर लदते चले गए। जिससे वहां पर बचने के लिए लोगों में भगदड़ मच गई। बाबा के श्रद्धालुओं में ऐसी मान्यता है कि उस रंगोली को दंडवत करने और बुरादे को घर ले जाने से घर में रोग दूर होते हैं और भूत प्रेत भागते हैं।
What's Your Reaction?