नवरात्रि के दूसरे दिन मां विंध्यवासिनी ने ब्रह्मचारिणी रूप में दिया दर्शन, लाखों को संख्या में पहुंचे भक्त
Daily News Mirror
मिर्जापुर| 04 अक्टूबर 2024| 6:44 AM| आशीष तिवारी
मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश। शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन जगत जननी मां विंध्यवासिनी ने अपने भक्तों को ब्रह्मचारिणी के रूप में दर्शन दिया। माता के दिव्य श्रृंगार का दर्शन पाकर श्रद्धालु अभिभूत हो उठे।
मां विंध्यवासिनी के नौ रूपों की आराधना की जाती है, जिसमें पहले दिन शैलपुत्री और दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी के रूप में पूजन किया जाता है। मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप बहुत ही दिव्य और शुभ होता है। वे सफेद वस्त्र धारण कर एक हाथ में कमंडल और दूसरे हाथ में माला लिए हुए सभी के लिए आराध्य हैं।
विंध्याचल में विन्ध्य पर्वत और पवन पावनी मां गंगा के संगम तट पर विराजमान मां विंध्यवासिनी ब्रह्मचारिणी के रूप में सभी भक्तों का कष्ट दूर करती हैं। अनादिकाल से आस्था का केंद्र रहे विन्ध्याचल में मां के दूसरे दिन के पूजन का विशेष महत्व है।
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से व्यक्ति को तप, संयम और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। मां की कृपा से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। नवरात्रि के दौरान मां विंध्यवासिनी के मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, और मां के दर्शन कर वे अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बनाने की कामना करते हैं।
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